Monday, 19 October 2020

"सदा याद रहेगा , कोरोना काल मे स्वास्थय कर्मियों का योगदान"

 "सदा याद रहेगा , कोरोना काल मे स्वास्थय कर्मियों का योगदान" 


कोरोना काल का अंत अब नजदीक ही है , भारत सरकार डब्ल्यूएचओ व विश्व के कई देशों ने कोरोना की वैक्सीन बनाने में करीब-करीब कामयाबी हासिल कर ही ली है और जल्द ही कोरोना की वैक्सीन देश में उपलब्ध होगी । भारत सरकार द्वारा वैक्सीन के शीघ्र उपलब्ध होने का आश्वासन जनता को दे चुकी हैं , जनता भी वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार कर रही है ताकि कोरोना का खातमा किया जा सके ।
कोरोना के पश्चात पूरे भारतीय समुदाय में स्वास्थ्य कर्मियों के योगदान को याद रखा जाएगा । स्वास्थ्य कर्मी जिसमें डॉक्टर , नर्स , नर्सिंग स्टाफ , पैरामेडिकल स्टाफ , स्वास्थ्य सफाई कर्मी आदि ने इस पूरे करोना काल के दौरान जी जान लगाकर लोगों की सेवा की है , जिससे पूरा देश इनके योगदान के प्रति आभारी है । 2020 की शुरुआत में जहां देश में पीपीई किट , N95 मास्क , वेंटिलेटर आदि की कमी के बावजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना मरीजों की जी जान से सेवा की ये काबिले तारीफ़ है , धीरे धीरे भारत सरकार द्वारा स्वयंसेवी संस्थाओं एवं मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के माध्यम से N95 मास्क , वेंटिलेटर आदि को बहुत जल्द ही देश में बनवा लिया ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी प्रकार की बाधा ना आने पाए जोकि सरकार का सराहनीय कदम रहा ।
स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा कोरोना काल की शुरुआती दौर में जब कोरोनावायरस प्रचंड रूप में था अपनी जान की परवाह ना करते हुए 24 से 36 घंटे ड्यूटी करी व कोरोना पाजिटिव मरीजों की जान को बचाया । भारतवर्ष में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता का आकलन इस कोरोना काल मे हो पाया है व यहां के डॉक्टरों ने अपने द्वारा दी गई सेवाओं के जरिए पूरे विश्व में भारत का झंडा गाड़ दिया है। जबकि यहां की स्वास्थ्य सेवाएं पूरे विश्व में कमतर ही मानी
जाती रही हैं । लेकिन करोना काल के पश्चात भारत की स्वास्थ्य सेवाएं पूरे विश्व की बेहतरीन सुविधाओं में से एक मानी जाएंगी ऐसा इसलिए कह सकते हैं क्योंकि भारत में कोरोना के कारण मृत्यु दर अन्य देशों के मुकाबले काफी कम जो कि यहां की शानदार स्वास्थ सेवाओं के कारण ही संभव हो पाया है ।
कई डॉक्टरों, नर्सो व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने इस दौरान कोरोना मरीजो की सेवा करते करते अपनी जान भी गवा दी , जो कि भारत के लिए एक अपूर्णीय क्षति है । भारत के नागरिक उनके बलिदान को हमेशा याद रखेंगे , जब भी कोरोना का जिक्र होगा यहां के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दी गई सेवाओं को भी लोग हमेशा याद रखेंगे ।
आने वाले भविष्य में भारत सरकार से यही अपेक्षा है कि देश की जनसंख्या को देखते हुए देश में डॉक्टरों की संख्या को बढ़ाना चाहिए ताकि कोरोना जैसी खतरनाक महामारी दोबारा अपना विकराल रूप धारण ना कर सके ।

(स्वरचित)

विवेक आहूजा
बिलारी
@9410416986
Vivekahuja288@gmail.com 

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