"होली - 2021"
मन में उमंग है , दोस्तों का संग हैबाजारो मे रंग है , होली का हुडदंग है
पर जेब थोड़ी तंग है......
गुजिया का वो स्वाद , मुझे अब भी है याद
पर अबकी बार , हालात थोडे बदरंग है
कयोंकि जेब थोड़ी तंग है ......
जेब पर जो भारी है , वो एक महामारी है
अजब दुश्वारी है , परेशान उससे दुनिया सारी है
इस बार उसने उडा दिये सबके रंग है .....
(स्वरचित)
विवेक आहूजा
बिलारी
जिला मुरादाबाद
vivekahuja288@gmail.com
@9410416986
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