"होली का हुडदंग है"
घोट दी भंग है , मन में उमंग है
दोस्तों का संग है , हाथो मे रंग है
होली का हुडदंग है ।
ठंडाई वो याद है , गुजिया का स्वाद है
मन फिर आज , बिन डोर की पतंग है
होली का हुडदंग है ।
पुराने दिन याद है , त्यौहार का नहीं स्वाद है
इस वर्ष की होली , कोरोना ने की बदरंग है
होली का हुडदंग है ।।
(स्वरचित)
विवेक आहूजा
बिलारी
जिला मुरादाबाद
vivekahuja288@gmail.com
@9410416986
तिलक अस्पताल , बिलारी की ओर से होली की हार्दिक शुभकामनायें ।
डा. तिलक राज आहूजा
विवेक आहूजा
डा. सोनिया आहूजा
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