"इस दीपावली - स्वदेशी खरीदारी से करे अर्थव्यवस्था मजबूत"
दीपावली का त्यौहार अब नजदीक ही है , कोरोना भी अब अंतिम चरण में चल रहा है , कोरोना काल के दौरान लोग घरों पर ही कैद हैं । पहले रक्षाबंधन , शिवरात्रि नवदुर्गा आदि सभी त्योहार लोगों ने बड़े सीमित संसाधनों के साथ ही मनाएं हैं । चूंकि दीपावली हिंदू धर्म उपासकों का सबसे बड़ा त्यौहार है अतः इस त्यौहार में चाहे कितने भी सीमित संसाधन हो लोग दीपावली को पूरे जोर-शोर से मनाएंगे । इस त्यौहार की विशेषता है कि यह 5 दिन तक मनाया जाता है पहला दिन धनतेरस दूसरा छोटी दीपावली तीसरा बड़ी दिवाली चौथा गोवर्धन और पांचवा दिन भाई दूज का होता है , 5 दिनों तक चलने वाले इस त्यौहार में लोग एक दूसरे को उपहार देते हैं घरों की सजावट करते हैं और दीप जलाने का प्रचलन तो हजारों वर्ष पुराना है ।
इस वर्ष की दिवाली पिछले वर्षों से काफी भिन्न है इस वर्ष लोग पिछले आठ नौ महीने से घरों में ही कैद हैं, कारोबार के हालत में कुछ खास अच्छे नहीं है , कुछ लोगों की तो नौकरियां भी चली गई है । लेकिन त्यौहार की मर्यादा तो सभी निभानी है अतः एक दूसरे को उपहारों का आदान-प्रदान घरों की सजावट आदि त्यौहार में होने वाले सभी शगन लोग करेंगे ही ।
इस वर्ष लोगों को चाहिए कि वह इस दिवाली पर स्वदेशी चीजों को ही अपने घर की सजावट में प्रयोग में लाएं व घर पर बने हस्तशिल्प जो आपके द्वारा या स्वदेशी हो , को ही आपस में अपने स्वजनों को उपहार में दें । कोरोना के कारण कारण देश की अर्थव्यवस्था को भी भारी झटका लगा है , समय-समय पर लॉकडाउन लगने के कारण कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है । हालांकि सरकार द्वारा पैकेज की घोषणा हुई परंतु वह लोगों की जरूरत के हिसाब से ना काफी है ।
अब ऐसी स्थिति में देश की प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य बनता है कि वह इस त्योहार पर स्वदेशी चीजों का इस्तेमाल कर अपने देश के लोगों की मदद करें ताकि वह आर्थिक रूप से सुदृढ हो सके । इस दीपावली पर यही हमारा देश के लोगों को देशभक्ति का उपहार होगा ।
✍विवेक आहूजा
@ 9410416986
No comments:
Post a Comment